We just produce children, people call them 'starkids' – said Saif Ali Khan
बॉलीवुड में नेपोटिज्म और स्टारकिड्स को मिलने वाले फेवर की डिबेट, करीब 7 साल पहले शुरू हुई, मगर ये टॉपिक अभी चर्चा से जाने वाला नहीं है. अब बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर कपल्स में से एक करीना कपूर और सैफ अली खान ने अब इस बारे में बात की है. इस कपल के बदोनों बच्चे तैमूर और जेह अपने आप में सोशल मीडिया पर किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं हैं. उन्हें जिस तरह का अटेंशन मिलता है, वो इंडस्ट्री के कितने नामी एक्टर्स को भी नहीं मिलता.
अपने बच्चों को मिलने वाले इस अटेंशन पर, अब इस कपल ने खुलकर बात की है. स्टारकिड्स को मिलने वाले अटेंशन के बारे में बात करते हुए कपल ने कहा कि ये सब इसलिए होता है क्योंकि जनता उनमें दिलचस्पी ले रही है.
‘टैलेंट की गारंटी नहीं होता सरनेम’
एक्टर के नाम में किसी फिल्मी परिवार का सरनेम लगे होने से कितना फायदा मिलता है? इस सवाल के जवाब में करीना ने कहा, ‘आपके पास कोई सरनेम हो सकता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप में टैलेंट भी है या आप कामयाब भी होंगे. ये फैसला तो दर्शक करते हैं.’
करीना ने आगे कहा कि सोशल मीडिया के दौर में स्टार जैसा कुछ ज्यादा मैटर नहीं करता. उन्होंने कहा, ‘लोग बहुत एक्साइटेड होते हैं, लोग तस्वीरें देखते हैं, आपके 40 मिलियन फॉलोवर्स हैं, आपको 30 हजार लाइक्स मिलते हैं, तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप स्टार हैं. आपको ये साबित करना पड़ता है. आपके काम से ये बात दिखनी चाहिए कि आप स्टार हैं.’
हमारे बच्चों को ‘स्टारकिड’ जनता बनाती है
स्टार किड्स को फिल्मो में शुरुआत आसानी से क्यों मिल जाती है, सैफ ने इसका उदाहरण देते हुए कहा ‘ऑडियंस और लोग स्टारकिड्स में इतना इंटरेस्ट लेते हैं, आर्चीज (के एक्टर्स) को उदाहरण के तौर पर देखिए. लोग इसके बारे में कितनी बात कर रहे थे. उनकी लगातार तस्वीरें ली जा रही हैं, लगातार फॉलो किया जा रहा है. अगर कल कोई उनमें से किसी के साथ फिल्म बनाना चाहता है, तो इसमें कोई रॉकेट साइंस नहीं है, कोई बिल्कुल बनाना चाहेगा. आपको तय करना पड़ेगा कि ये अटेंशन क्यों मिल रही है, और कहां से मिल रही है.’
सैफ ने अपनी लाइफ से उदाहरण देते हुए बताया कि लोग स्टारकिड्स को लेकर कैसे क्रेजी होते हैं. उन्होंने कहा, ‘तैमूर ताइक्वान्डो कर रहे थे, लोग उनकी फोटो ले रहे थे, इंटरनेट पर उनकी रील्स हैं. हमें ऐसा अटेंशन नहीं चाहिए. हम स्टारकिड नहीं बनाते. हम बच्चे पैदा जरूर करते हैं, लेकिन प्रेस, फोटोग्राफर्स और फिर जनता इन्हें ये ‘स्टारकिड’ बनाते हैं. जनता शायद बड़ी मासूमियत से बस एक स्टारकिड को देखना चाहती है.’ इस पर करीना ने कहा कि इस चीज के लिए जनता में एक नेचुरल एक्साइटमेंट रहती है, ‘लोगों के दिमाग में ये रहता है न कि ये उनका बेटा है.’
तैमूर नहीं बनेंगे एक्टर
सैफ और करीना ने तैमूर एक एक्टिंग में आने को लेकर भी मजेदार बाते कीं. करीना ने कहा, ‘शायद तैमूर एक्टर नहीं बनेंगे.’ अपने बड़े बेटे के इंटरेस्ट के बारे में सैफ ने बताया, ‘अभी वो एक लीड गिटारिस्ट और अर्जेंटीना से फुटबॉल प्लेयर बनना चाहते हैं. वो अर्जेंटीना चले जाना चाहते हैं ताकि फुटबॉलर बन सकें.
करीना ने हंसते हुए बताया कि तैमूर अभी, दुनिया के बेस्ट फुटबॉल प्लेयर्स में से एक, लियोनल मेसी बनना चाहते हैं. इस इंटरव्यू में करीना और सैफ ने ये भी शेयर किया कि जल्द ही वो दोनों साथ में एक प्रोजेक्ट करने जा रहे हैं जिसके लिए वो बहुत एक्साइटेड हैं.