Paris Olympics, Manu Bhaker: टोक्यो में पिस्टल ने दिया धोखा, मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य जीतकर रचा इतिहास
मनु भाकर ने रविवार को पेरिस 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
Paris Olympics, Manu Bhaker: मनु भाकर का जीवन परिचय [जन्म तारीख, आयु, जाति, खेल, करियर, परिवार] Manu Bhaker Shooter Biography in Hindi [birth place, age, caste, coach, sports, family, career]
मनु भाकर ने रविवार को पेरिस 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। मनु भाकर ओलंपिक में शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। निशानेबाजी में भारत को अब तक पांच ओलंपिक पदक मिल चुके हैं। भारत ने एथेंस 2004 से लंदन 2012 तक लगातार तीन ओलंपिक में शूटिंग पदक जीते लेकिन अगले दो संस्करणों में उन्हें कोई पदक नहीं मिला था।
22 वर्षीय मनु भाकर ने आठ महिलाओं के फाइनल में 221.7 का स्कोर बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया। रिपब्लिक ऑफ कोरिया की ओह ये जिन ने 243.2 के नए ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता और उसके बाद उनकी हमवतन येजी किम ने भाकर को पछाड़कर स्वर्ण पदक राउंड में प्रवेश किया और 241.3 के अंतिम स्कोर के साथ रजत पदक जीता।
भाकर ने पदक जीतने के बाद कहा, “मैंने अपना पूरा प्रयास अंतिम क्षण तक उस क्षण में बने रहने में लगाया, बस हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करती रही।”
जब महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल के दौरान उनकी भावनाओं के बारे में पूछा गया, तो भाकर ने कहा, “पूरा फाइनल तनावपूर्ण था, और मुझे पता था कि मुझे खुद को संभालना होगा और ऐसा कुछ नहीं करना होगा जो मैं सामान्य रूप से नहीं करती। बस अपनी रफ्तार के साथ चलते रहो, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करो और सब कुछ वहीं छोड़ दो।”
मनु भाकर का जीवन परिचय। Manu Bhaker Biography
Contents
पूरा नाम | मनु भाकर |
जन्म स्थान | झज्जर हरियाणा, भारत |
उम्र | 22 साल |
शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र | यूनिवर्सल सीनियर सेकंडरी स्कूल |
कोच | अनिल जाखड़ |
खेल | शूटिंग, बॉक्सिंग, तांगता, जुडो-कराटे (अंतर्राष्ट्रीय स्तर) |
माता का नाम | सुमेधा |
पिता का नाम | N/A |
आईएसएसएफ वर्ल्ड चैम्पियनशिप (मैक्सिको गुआडलाजरा) | गोल्ड मेडल (10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग) |
एशियाई शूटिंग प्रतियोगिता | सिल्वर पदक (पिस्टल शूटिंग) |
ओलंपिक 2024 पेरिस | कास्य पद (पिस्टल शूटिंग) |
हालांकि, भारत की पहली महिला निशानेबाजी पदक विजेता को उम्मीद है कि यह उनकी ओलंपिक सफलता की शुरुआत है।
मनु भाकर ने फाइनल में जोरदार शुरुआत की और पहली सीरीज में 50.4 का स्कोर बनाकर दूसरे स्थान पर रहीं। दूसरी सीरीज में वह कुछ 9.6 शॉट के साथ ओह ये जिन और येजी किम के बाद तीसरे स्थान पर खिसक गईं।
भारतीय निशानेबाज ने तीसरी सीरीज के अंत में और एक बार फिर फाइनल के अंतिम स्टेज में येजी किम को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया, लेकिन दक्षिण कोरियाई निशानेबाज ने भाकर को 0.1 अंक से पीछे छोड़ते हुए स्वर्ण पदक राउंड में प्रवेश कर लिया।
शनिवार को मनु भाकर क्वालीफाइंग राउंड में तीसरे स्थान पर रहने के बाद महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गईं। हंगरी की वेरोनिका मेजर, जो शनिवार को क्वालीफाइंग दौर में शीर्ष पर रहीं, फाइनल में बाहर होने वाली पहली खिलाड़ी थीं।
मनु भाकर का जन्म शिक्षा एवं परिवार (Manu bhaker birth education family)
मनु भाकर का जन्म भारत के हरियाणा राज्य में हुआ. एवं मनु भाकर की उम्र 16 साल बताई जा रही है. वहीँ अगर हम मनु की शिक्षा के बारे में बात करें तो इंटरनेट पर अभी इससे सम्बंधित पुख्ता जानकारी मौजूद नहीं हैं . मनु का पूरा परिवार हरियाणा से ही सम्बंधित है एवं यहीं हरियाणा में इनका घर भी मौजूद है.
मनु भाकर का करियर (Manu Bhaker career)
अभी हाल प्रतियोगिता में मनु ने महिलाओँ के लिए आयोजित 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मैडल जीता है. इतना ही नहीं अपने योगदान की बदौलत मनु ने आईएसएसएफ (इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन) इवेंट में अन्य देशों की तुलना में भारत की रैंक को भी ऊपर पहुंचाया है.
इस बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत मनु ने पूर्व ओलंपिक चैम्पियन हिना सिंधु का रिकॉर्ड तोड़कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. एनएसएस की इस प्रतियोगिता में कुल 4800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 200 प्रतिभागी वाइल्डकार्ड एंट्री से शामिल हुए थे. जो कि अलग अलग राज्यों से भाग लेने के लिए प्रतियोगिता में सम्मलित हुए थे. इतनी मुश्किल प्रतियोगिता में अपने टैलेंट की बदौलत मनु ने अपने देश का नाम रौशन किया।
14 साल की उम्र में उन्होंने शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया, उस वक्त रियो ओलंपिक 2016 खत्म ही हुआ था। इसके एक हफ्ते के अंदर ही उन्होंने अपने पिता से शूटिंग पिस्टल लाने को कहा।
उनके हमेशा साथ देने वाले पिता राम किशन भाकर ने उन्हें एक बंदूक खरीदकर दी और वो एक ऐसा फैसला था जिसने एक दिन मनु भाकर को ओलंपियन बना दिया।
2017 की राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर-1 हीना सिद्धू को चौंकाते हुए 242.3 के स्कोर के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया। इसकी बदौलत उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में हीना को हरा दिया।
Winning this medal is a dream come true, not just for me but for everyone who has supported me. I am deeply grateful to the NRAI, SAI, Ministry of Youth Affairs & Sports, Coach Jaspal Rana sir, Haryana government and OGQ. I dedicate this victory to my country for their incredible… pic.twitter.com/hnzGjNwUhv
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) July 28, 2024
FAQs
Q-मनु भाकर कौन हैं?
A-पिस्टल शूटर
Q-मनु भाकर क्यूं चर्चित हैं?
A-पिस्टल शूटिंग नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
Q-मनु भाकर की उम्र क्या है?
A- 22 साल
Q-मनु भाकर का जन्मस्थान क्या है?
A-झज्जर
Q-मनु भाकर के कोच कौन हैं?
A-अनिल जाखड़